केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज दिल्ली के कश्मीरी गेट के महाराजा अग्रसेन पार्क में अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के साथ 7वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया।
योग के दौरान यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करती लोगों की सीमित भीड़ इस आयोजन में प्रतीकात्मक रूप से "योग फॉर वेलनेस" के संदेश को सुदृढ़ कर रही था। 7वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का ये संदेश देश में चल रही कोविड-19 महामारी को देखते हुए था। योग ने इस महामारी के दौरान तब चिंता और अवसाद को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जब लोगों ने इस रोग का संचार रोकने के लिए खुद को घरों में आइसोलेट कर लिया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हालांकि कोविड नियमों के कारण पिछले वर्षों की तुलना में इस बार का आयोजन सादा है, लेकिन जनमानस में समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में अपनी भूमिका के कारण योग का महत्व कई गुना बढ़ गया है। डॉ. हर्षवर्धन ने प्रधानमंत्री को उनके व्यापक विज़न के लिए शुक्रिया कहा कि उन्होंने 2014 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को संस्थागत करवाकर योग को दुनिया भर में मान्यता दिलाई। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने मौजूदा समय में योग को लोकप्रिय बनाने की नींव रखी है।"
डॉ. हर्षवर्धन ने समझाया कि क्यों योग की उनके दिल में हमेशा एक खास जगह रही है: “इस महामारी ने दिखाया है कि स्वास्थ्य ही सबसे बड़ी संपदा है। सभी इंसानों के बीच समानांतर रूप से स्वास्थ्य और चरित्र के विकास को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। एक स्वास्थ्य मंत्री के रूप में अपने पूरे कार्यकाल के दौरान जब मैं ज्यादातर समय कोविड-19 का मुकाबला करने में व्यस्त था, तब मैंने काम से तनाव को दूर करने के लिए प्राणायाम की शरण ली और कार्यालय के बाद मैं एक घंटे पैदल चलता था। प्राणायाम के दौरान सांस आसानी से लेने की क्षमता ने मुझे ये मानसिक भरोसा भी दिलाया कि मैं कोविड से संक्रमित नहीं था।”